टांडा कोतवाली पुलिस की रात्रिगस्त के दौरान क्षेत्र में पेट्रोलिंग करने से अपराधियों में खौफ कायम

टांडा कोतवाली दीपक सिंह रघुवंशी से औरों को लेनी चाहिए प्रेरणा, उनकी लोकप्रियता और कार्यशैली की खूब होती हैं, सराहना

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अर्पित सिंह श्रीवास्तव मुख्य सम्पादक एवं वरिष्ठ पत्रकार

अम्बेडकरनगर जनपद मुख्यालय की टांडा कोतवाली पुलिस रात्रिगस्त के दौरान क्षेत्र में पेट्रोलिंग करने से निरंतर अवल साबित होती दिखाई पड़ रही हैं, इससे छोटे मोटे चोरों के अलावा अपराधियों में खौफ कायम हो रहा हैं।

रात्रिगस्त के दौरान क्षेत्र में पेट्रोलिंग करने से छोटे मोटे चोरों के साथ अपराधियों में हड़कंप मचने के साथ खौफ कायम है। टांडा कोतवाली में तैनात कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी के साथ क्राइम कोतवाल अनुरुद्ध सिंह, हमराही सिपाहियों में हर्षोविंद यादव अन्य कांस्टेबल लगातार अपनी चैन की नींद हराम कर टांडा कोतवाली क्षेत्र की सुरक्षा के दृष्टिगत अपनी पैनी नज़र रखने हेतु ड्यूटी के दौरान सजगता दिखाते मौजूद दिखाई पड़ रहें हैं।

रात्रि में टांडा कोतवाली पुलिस के गाड़ियों का सायरन बजता सुनाई देने पर क्षेत्रीय लोगों को अपनी सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त होती दिखाई पड़ रही हैं। उल्लेखनीय हैं कि एक वर्ष की समयावधि पूरी होने के साथ टांडा कोतवाली में तैनात कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी हमेशा टांडा कोतवाली क्षेत्र की जनता को अपनत्व की भावना से उनकी हरसंभव मदद करके कुछ नई ऊर्जा पैदा करते रहते हैं।

यही कारण रहा कि यहां की जनता उन पर खूब विश्वास करती हैं, और अपने को सुरक्षित महसूस करती हैं।
ज्ञात हो कि टांडा कोतवाली में तैनात रहते कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी ने जनता की सुरक्षा करते हुए अपने कर्तव्यों को निभाया है, आज यही कारण रहा कि उनके क्षेत्र में कोई बड़ी घटना नहीं घटित होने पाई।

और उन्होंने अपराधियों में अपना खौफ कायम रखने में महारत हासिल कि। जब की आप को बता दें कि टांडा कोतवाली पूरे जनपद के थानों में अतिसंवेदन शीलता की श्रेणी में आने वाली कोतवाली है, उक्त कोतवाली की पुलिसिंग व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने की जिम्मेदारी संभालना सबके बस्कि बात नहीं।

लेकिन यहां की प्रशासनिक पुलिसिंग व्यवस्था को इन्होंने इस कदर संभाल रखा है, कि कोतवाली में तैनात सभी अधिकारी कर्मचारी इनकी कार्यशैली से प्रभावित रहते हैं। हालांकि टांडा कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी ने जब से टांडा कोतवाली की कमान संभाली उन्होंने इस कदर अंग्रेज के जमाने से मौजूद कोतवाली का नवनिर्माण करा कर एक अलग रूप देने का भी कार्य जनता की मदद ले कर किया है।

अभी तक कुछ न कुछ निर्माण निरंतर टांडा कोतवाली में लगातार चल रहा हैं। बता दें कि टांडा कोतवाली में तैनात रहते तत्कालीन बहुत से कोतवाल आए और गए किसी ने इस कदर कोतवाली की साजसज्जा पर ध्यान नहीं दिया कारण रहा कि कोतवाली टांडा का भवन बिल्डिंग निर्माण न होने से जर्जर अवस्था में तब्दील हो चुका था।

लेकिन एक वर्षों में टांडा कोतवाली में तैनात कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी ने इसका रूप रंग बदलने में जनता की मदद से कामयाबी हासिल कि। सबसे बड़ी बात कि वर्षों काल से उप निरीक्षकों के रेस्ट रुम के रूप में किसी रुम का प्रबंध नहीं था लेकिन अब एक स्मार्ट रेस्ट रुम का प्रबंध उन्होंने कर दिखाया अनवरत्न टांडा कोतवाली में अभी निर्माण कार्य में जैसे पार्किंग स्थलों को घेर कर निर्माण कार्य एवं टांडा कोतवाली के इंस्पेक्टर के लिए दफ्तर का निर्माण निरंतर जारी है।

यही वजह हैं, कि जनता के लिए टांडा कोतवाल दीपक लोकप्रिय साबित होते जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना हैं कि कहा कोई कोतवाल इत्ता लंबा चौड़ा कार्यकाल कर के जाता हैं जो जाता हैं, बस अपना शौक पूरा कर निकल जाता हैं, लेकिन वर्तमान कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी ने तैनात रहते जनता की सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने में महारत हासिल रखने के साथ टांडा कोतवाली परिसर एवं भवन बिल्डिंग, आरक्षी बैरिक, रिकॉर्ड रुम, अन्य निर्माण करने की जिम्मेदारी बखूबी निभाते जा रहे हैं। इस कार्यशैली से सभी को प्रेरणा लेना चाहिए।

कुछ गणमान्य लोगों का कहना हैं, की जब से इनकी जनपद में विभिन्न थानों में तैनाती हुई इन्होंने सभी थानों में अपने कार्यकाल रहते जनता की सुरक्षा के साथ थाने का कायाकल्प करने की जिम्मेदारी जनता की मदद ले कर बखूबी निभाई है। पुलिस विभाग के कप्तान ऑफिस में पूर्व में तैनात रहे एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि दीपक सिंह रघुवंशी जब अकबरपुर मुख्यालय की अकबरपुर कोतवाली में तैनात कोतवाल के रूप में रहे तो उन्होंने ने किन्हीं कारण तत्कालीन पुलिस अधीक्षक को अकबरपुर कोतवाल के रूप में जिम्मेदारी संभालने से मना करते हुए खुद लिखित पत्र दे दिया था।

और इनकी कार्यकुशलता का परिणाम भी यह रहा कि उनको तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने जलालपुर कोतवाली की जिम्मेदारी कोतवाल के रूप में सौंप दी गई। इसके बाद वहां भी जनता के बीच इनका सराहनीय काम कर प्रदर्शन रहा, जिसके बाद एक लंबे अंतराल के बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने इनको सम्मनपुर थाने में थाना अध्यक्ष के रूप में तैनाती प्रदान की इन्होंने यहां भी अपनी सेवा जनता को बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ प्रदान की और सम्मनपुर थाने का भी बिल्डिंग भवन निर्माण कार्य को कराने में रुचि प्रदान की।

इनका सफर यहां से जब खत्म हुआ तो इनको तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने इब्राहिमपुर थाने की जिम्मेदारी सौंपी यहां भी इन्होंने अपनी लोकप्रियता हासिल करने में जनता के बीच कोई कोरकसर नहीं छोड़ी, फिर इनको टांडा कोतवाली में कोतवाल के रूप में तैनाती प्रदान की गई, अब यहां पर इन्होंने अपना खूब विश्वास जनता के बीच जितने का काम करने के साथ सुरक्षा व्यवस्था के बाबत जिम्मेदारी निभाने में सफल साबित हो रहे है। जो भी हो टांडा कोतवाली के नवनिर्माण में इनके मार्गदर्शन के अंतर्गत जनता का खूब सहयोग प्रदान हो रहा हैं।

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