अवध की शान – आपकी अपनी पहचान
विशेष संवाददाता (अम्बेडकरनगर)
अंबेडकरनगर। विकासखंड टांडा क्षेत्र के ग्राम पंचायत रामपुर कला की महिला को जिला अधिकारी के हस्तक्षेप से मिला न्याय । महिला के पति के खतौनी सुदा भूमि से जबरदस्ती नाला खुदाई कराने का प्रयास करने वाले दबंगो का मंसूबा हुआ ध्वस्त ।
विकासखंड टांडा क्षेत्र के ग्राम पंचायत रामपुर कला की मनोरमा उपाध्याय पत्नी अवधेश की खतौनी सुदा भवन गाटा संख्या 1357 में गांव के कुछ दबंग गोलबंद रोगों ने जिला पंचायत विभाग से मिलकर जबरदस्ती नाला निर्माण करना चाह रहे थे। 24 में को नाला निर्माण के लिए मौके पर जेसीबी मशीन के माध्यम से खुदाई का काम शुरू हुआ तो मनोरमा उपाध्याय ने नाला खुदाई के कार्य को रोकने के लिए कहा।
जिस पर दबंग किस्म के लोगों ने मनोरमा के साथ मारपीट करने पर आमादा होते हुए तरह-तरह की धमकी देने लगे और प्रत्येक दशा में नाला खुदवाने पर अड़ गए। उक्त के बाद मनोरमा उपाध्याय ने मौके पर डायल 112 पुलिस को सूचना दिया। सूचना पर 112 डायल पुलिस पहुंची और नाला निर्माण खुदाई का कार्य रोकवा दिया।
मौके पर डायल 112 पुलिस मौजूद थी कि इस समय कोतवाली टांडा के उपनिरीक्षक विवेक कुमार मिश्रा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों की बात को सुनकर नाला खुदाई का कार्य रुकवा कर अपना अपना पक्ष राजस्व विभाग के अधिकारियों के समक्ष रखने का निर्देश दिया।
गांव के दबंग गोलबंद एवं सर्कस किस्म के व्यक्तियों द्वारा किए जा रहे गैर कानूनी कार्य पर पाबंदी लगाने के उद्देश्य से पीड़ित मनोरमा उपाध्याय पत्नी अवधेश उपाध्याय ने जिला अधिकारी को रजिस्टर्ड डाक द्वारा फरियादी पत्र भेजकर न्याय दिलाने की मांग किया। जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शी कार्यवाही करने का निर्देश नायब तहसीलदार टांडा राज कपूर को निर्गत किया।
जिलाधिकारी के निर्देश के अनुपालन में नायब तहसीलदार राज कपूर ने राजस्व कर्मचारी की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल किया । जांच पड़ताल में यह मिला कि गांव के लोग काश्तकार अवधेश उपाध्याय के खतौनी की भूमि गाटा संख्या 1357 में नाला निर्माण करने का प्रयास कर रहे हैं। जिससे किसान अवधेश की निजी भूमि को क्षति हो सकती है।
इसलिए किसान की भूमि से नाला निर्माण नहीं कराया जा सकता है। दूसरे दिन मौके पर नायब तहसीलदार टांडा राज कपूर एवं खंड विकास अधिकारी टांडा राघवेंद्र सिंह ने अपने-अपने विभाग के अन्य कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचकर ग्रामीण से वार्ता करने के बाद उक्त नाला निर्माण का मार्ग बदलकर सरकारी डहर की तरफ से बनवाने का निर्णय लिया।
उक्त दोनों अधिकारियों के सूझबूझ पूर्ण निर्णय से नाला खुदाई का काम संपन्न हो गया है। इस कार्रवाई से पीड़िता तथा उसका पूरा परिवार तथा आसपास के ग्रामीण द्वारा संबंधित अधिकारियों की सराहना की जा रही हैं ।