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अर्पित सिंह श्रीवास्तव वरिष्ठ पत्रकार एवं मुख्य सम्पादक
अम्बेडकरनगर जिले की टांडा कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत एक हेल्पर ने अपने बेटे को गाड़ी दिलाने के लिए एक मैकेनिक के यहां से 5.50 लाख के चोरी की घटना को अंजाम दे दिया।
टांडा कोतवाली पुलिस ने घटना का सफल अनावरण करते हुए चोरी की घटना में शामिल आरोपी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया।
टांडा कोतवाली क्षेत्र के चित्तौरा गांव के पैकोलिया निवासी शशिकांत ओझा और उनका हेल्पर रणविजय यादव पवार लूम मशीन के पार्ट्स के लिए 5.50 रुपए एडवांस लेकर रखे थे। गत 27 अप्रैल की रात आंधी आने के कारण बिजली आपूर्ति गुम हो गई। उसी का फायदा उठाकर रणविजय पैसा चुरा लिया।
27 अप्रैल की बीती रात के बाद अगली सुबह यानि 28 अप्रैल को शशिकांत ने टांडा कोतवाली पुलिस को लूट के बाबत भ्रामक जानकारी दी। जिसके बाद क्षेत्रा अधिकारी सुभम कुमार के नेतृत्व में टीम ने जांच तड़ताल शुरू कर दी। सीसीटीवी फुटेज में रणविजय को बैन लेकर जाते हुए देखा गया।
टांडा कोतवाली में तैनात कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी के देख रेख में पुलिस ने आरोपी को तत्काल गिरफ्तार किया तो उसके पास से 47, 500 हजार रुपए बरामद हुए। पूछताछ में उसकी निशानदेही पर उसकी पत्नी के पास से भूसे में छिपाए 5 लाख रुपए की भी बरामदगी तत्काल कर ली गई।
पुलिसिया पूछताछ में रणविजय ने बताया कि उसका बेटा एक गाड़ी पर क्लीनर के रूप में कम करता हैं, उसका पिता चाहता था कि उसका बेटा दूसरों की गाड़ी पर कम करने के बजाय वह अपनी खुद की गाड़ी चलाएं। इसी लिए उसने चोरी की घटना को अंजाम दिया। टांडा कोतवाली पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।