पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में अम्बेडकरनगर पुलिस अपराधियों को कर रही बेनकाब, महिला सुरक्षा को मिली नई ताकत-मिशन शक्ति के तहत 3 हजार लोगों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण, लूट के आरोपी हुए अरेस्ट
अवध की शान – आपकी अपनी पहचान
अर्पित सिंह श्रीवास्तव की विशेष रिपोर्ट
अम्बेडकरनगर जिले में तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक केशव कुमार के नेतृत्व में कानून व्यवस्था में ताबड़तोड़ सुधार किया जा रहा हैं। ज्ञातव्य हो कि अम्बेडकरनगर पुलिस ने मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत जिले में 3 हजार से अधिक महिलाओं और पुरुषों को आत्मरक्षा के तहत प्रशिक्षण दिलाकर उनको शसक्त बनाने का प्रयास किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों और पंचायत भवनों में कराटे, कुंग फू और रेस्क्यू, जैसे तकनीकी प्रशिक्षण महिलाओं और पुरुषों को दिलाया गया है। इससे महिलाओं खिलाफ होने वाले अपराधों में काफी हद तक कमी आई हैं।
पुलिस ने जहां जिलेभर में मिशन शक्ति अभियान के माध्यम से महिलाओं को जागरूक किया। वही साइबर अपराध से लेकर लूट, चोरी और अन्य अपराधों पर शिकंजा कसने का काम किया है। टांडा कोतवाली क्षेत्र तथा जनपद के अन्य थाना क्षेत्र के प्रभारियों की सक्रियता अपराधों पर बड़ी मुस्तैदी से बनी होती देखने को मिल रही हैं।
पुलिस अधीक्षक केशव कुमार के निर्देश पर सभी कोतवाली/थानों में हिस्ट्रीशीटर मुकदमों से जुड़े अपराधियों की फोटो चस्पा की गई हैं। और लगातार उनपर पुलिस की नजर बनी हुई हैं। इसके साथ ही सभी कोतवाली और थानों में क्रिमिनल अपराधियों पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गई है।
पुलिस ने भीटी थाना क्षेत्र में हुए जन सेवा केंद्र लूट कांड का सफल खुलासा करते हुए घटना में शामिल अपराधियों का एनकाउंटर कर गिरफ्तार करते हुए बेनकाबकर जेल का रास्ता दिखाया।
आलापुर और राजेसुल्तानपुर क्षेत्र में सक्रिय चोरी-लूट के कई गिरोह को भी पकड़ने में पुलिस ने सफलता हासिल की। इनसे नगदी व मोबाइल फोन बरामद किए गए। पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने साइबर अपराध से निपटने के उद्देश्यों से विशेष साइबर सेल का गठन किया।
पुलिस ने ठगो से लाखों की धन राशि ठगी का शिकार हुए लोगों को वापस कराने में निर्णायक भूमिका निभाई। विभिन्न कोतवाली और थाना क्षेत्रों में चोरी और गुम हुए मोबाइल फोन की भी बरामदगी की गई। पुलिस अधीक्षक केशव कुमार के मुताबिक शिकायतें मिलने पर तत्काल कार्रवाई अमल में लाई जाती हैं।
अब आगे पुलिस की योजना है कि जन-संवाद बैठकें और स्कूल सुरक्षा से संबंधित जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन सफलतापूर्वक किए जाने की तरफ हैं। इससे कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सकता हैं।