Homeबड़ी खबरेअम्बेडकरनगरप्रधानाचार्य डॉ आभास सिंह ने मेडिकल कॉलेज में ओपीडी के दौरान मरीजों...

प्रधानाचार्य डॉ आभास सिंह ने मेडिकल कॉलेज में ओपीडी के दौरान मरीजों को मिलने वाले पर्चे के रंग में बदलाव कर किया अनूठी पहल

अम्बेडकरनगर जिले के सद्दरपुर में संचालित महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में मरीजों के लिए ओपीडी के दौरान स्वास्थ से संबंधित बीमारियों के लिए चिकित्सकीय परीक्षण कराने हेतु उन्हें HIMS के अंतर्गत ई श्रुशुत के तहत मरीजों के द्वारा दी गई जानकारी के क्रम में ऑनलाइन फीडिंग करने के उपरांत जारी कर दिया जाता हैं।

अवध की शान – आपकी अपनी पहचान

अर्पित सिंह श्रीवास्तव वरिष्ठ पत्रकार एवं मुख्य सम्पादक

अम्बेडकरनगर जिले के सद्दरपुर में संचालित महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में मरीजों के लिए ओपीडी के दौरान स्वास्थ से संबंधित बीमारियों के लिए चिकित्सकीय परीक्षण कराने हेतु उन्हें HIMS के अंतर्गत ई श्रुशुत के तहत मरीजों के द्वारा दी गई जानकारी के क्रम में ऑनलाइन फीडिंग करने के उपरांत जारी कर दिया जाता हैं।

गौरतलब हैं कि पूर्व के समय में मरीजों को ओपीडी के दौरान अपनी बीमारियों से जुड़ी समस्याओं का चिकित्सकीय परीक्षण कराने हेतु पर्चे मैनुअल रूप में पहले से छपे हुए पर्चे को दिया जाता था तब मरीज अपनी बीमारी से जुड़ी समस्याओं को चिकित्सकीय परीक्षण विभिन्न डाक्टरों से करवाने के लिए दिया जाता रहा।

आप को बता दें कि वर्तमान में ऑनलाइन चिकित्सकीय परीक्षण विभिन्न डाक्टरों से करवाने हेतु अभी तक सफेद रंग के पेपर पर प्रिंट कर जारी किया जाता रहा। जानकारी मिलने के अनुसार ओपीडी पर्चे भी सफेद रंग के थे बाकी और जैसे बिल, जांच आदि से संबंधित सभी पर्चे सफेद रंग के ही हुआ करते थे।

ऐसे में मरीजों को ओपीडी पर्चे को संभाल कर रखने में काफी दिक्कत हुआ करती थीं, हालांकि इस तरह की समस्याओं के बीच मरीजों को बताने में भी परेशानियां होती थी कि कौन सा पर्चा बनवाना है। इन सभी समस्याओं को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ आभास सिंह ने मरीजों की समस्याओं का समाधान निकालने का प्रयास करते हुए ओपीडी के पर्चे का रंग बदल कर मरीजों के लिए अनूठी पहल कर अब पर्चे का रंग पीले रंग में बदलाव कर दिया है।

हालांकि उनके ओपीडी के पर्चे के रंग में बदलाव करने से मरीजों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इससे मरीजों को आसानी से समझने का रास्ता मिल जाने की उम्मीद है। और मरीजों को यह भी समझ में आ जाएगा कि कौन से पर्चे पर डा साहब को दिखाना है।

एक बात और यह भी है, अब मरीज भी अपने पर्चे को संभाल कर रखने में उन्हें मदद मिलेगी। खैर इस प्रकार से प्रधानाचार्य डॉ आभास द्वारा की गई अनूठी पहल से सभी मरीज लाभान्वित होंगे। हालांकि इस अनूठी पहल की मरीजों द्वारा सराहना करते भी देखा जा रहा हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular

error: Content is protected !!