
अवध की शान – आप की अपनी पहचान
अरविन्द सोनी ब्यूरो प्रमुख अम्बेडकरनगर
अम्बेडकरनगर जिले की टांडा कोतवाली पुलिस और क्षेत्रा अधिकारी ने संयुक्त रूप से अवैध रूप से गांजे और स्मैक की बिक्री धड़ल्ले से होने की एक अखबार में छपी खबर को संज्ञान लेते हुए मारा छापा लेकिन किसी प्रकार का नशीला पदार्थ न मिलने पर पुलिस को बेरंग उक्त स्थान से कड़ी हिदायत दे कर लौटना पड़ा।
एक अखबार में छपी भ्रामक खबर की जांच पड़ताल शुरू..

गौरतलब हैं कि राष्ट्रीय स्वरूप संवाददाता ने गत दिनों एक खबर प्रकाशित की थी जिसमें पुलिस के ऊपर गांजा और स्मैक की बिक्री धड़ल्ले से कराए जाने का आरोप लगाया था, उसी खबर को संज्ञान में ले कर क्षेत्रा अधिकारी सुभम कुमार तथा टांडा कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी ने संयुक्त रूप से नगर पालिका परिषद टांडा गेट के सामने भारी पुलिस बल के साथ एक दुकान और दुकानदार के घर में छापा मारकर छानबीन शुरू की लेकिन किसी प्रकार के नशीले पदार्थों को नहीं बरामद किया जा सका अंतोगत्वा बीते सोमवार को पुलिस को वहां से बेरंग वापस लौटना पड़ा।
हालांकि इस छापेमार कार्रवाई के बाबत स्थानीय लोगों का कहना हैं कि जिस प्रकार राष्ट्रीय स्वरूप संवाददाता ने खबर का प्रकाशन अवैध गांजे और स्मैक की बिक्री धड़ल्ले से उक्त स्थान पर किए जाने की बात उजागर की है, इस खबर में कहीं से सच्चाई नहीं साबित होती।
आप को बता दें कि दबी जुबान से कुछ लोगों का कहना रहा कि हम लोग यही निवास करते हैं, हम सब ने कभी इस प्रकार नगर पालिका परिषद टांडा गेट के सामने गांजे जैसे नशीले पदार्थ की अवैध बिक्री धड़ल्ले से होते नहीं देखा तो उक्त पत्रकार को कैसे और किस आंख से दिखाई देने लगा इस में कुछ पुलिस और पत्रकार के बीच आपसी रंजिश की वजह ही दिखाई पड़ रही हैं, लेकिन एक बहुत अहम बात निकल कर विश्वसनीय सूत्रों से बाहर आई आप को बता दे कि टांडा कोतवाली पुलिस को बीते एक सप्ताह पूर्व सूचना मिली थी कि छज्जापुर निवासी पम्मी यादव और भीम जो बड़े जुआ अड्डे का संचालन करते थे और टांडा कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी की तैनाती के बाद इस जुआ अड्डे के संचालन पर रोक लगा दी गई थी लेकिन उनके द्वारा पुलिस से चोरी छुपे छज्जापुर अफाक के हाथे में जुआ आड़े का संचालन किया जा रहा हैं, जिसपर टांडा कोतवाली पुलिस ने इन सभी को टांडा कोतवाली में बुला कर पूछताछ की जा रही थी।
इस दौरान इन्हें जुआ माफियाओं को संरक्षण देने वाले पत्रकार महोदय टांडा कोतवाली पहुंच गए और टांडा कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी से कहने लगे की सर इन लोगों को कुछ ना कहिए यह लोग हमारे आदमी हैं अब ऐसे में पुलिस अगर अपराध पर नियंत्रण लगाने के लिए प्रयास करें। और उसमें किसी प्रकार से किसी पत्रकार की दखलअंदाजी हो तो कैसे अपराध पर नियंत्रण पुलिस प्रशासन द्वारा पाया जा सकेगा।
इसी मामले को लेकर टांडा कोतवाल ने उस पत्रकार की एक भी न सुनी जिसके कारण उस पत्रकार के अंदर खुन्नस की भावना जागृत हो उठीं इसी प्रकरण से नाराज होकर टांडा कोतवाली पुलिस के खिलाफ झूठी एवं भ्रामक खबर प्रकाशित कर बदनाम करने का कार्य किया गया था अब अगर बात की जाए स्थानीय लोगों के अनुसार तो टांडा कोतवाली में गत एक साल हो गए टांडा कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी की तैनाती हुए और तब से आज तक किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों की बिक्री टांडा कोतवाली क्षेत्र में कदापि नहीं हो रही है।
टांडा नगर पालिका परिषद गेट के सामने भांग की दुकान के आड़ में गांजे की बिक्री धड़ल्ले से किए जाने के प्रकरण में क्षेत्रा अधिकारी सुभम कुमार ने बताया कि एक अखबार में छपी खबर को संज्ञान लेकर क्षेत्राधिकार शुभम कुमार व टांडा कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी ने भारी पुलिस बल के साथ छापे मार कार्रवाई की लेकिन किसी प्रकार के नशीले पदार्थ न मिलने पर संबंधितों को कड़ी हिदायत देते हुए कहा कि भविष्य में कभी भी इस प्रकार का कार्य किया जाना ना पाया जाए अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।