
अवध की शान – आपकी अपनी पहचान
अरविन्द सोनी ब्यूरो प्रमुख अम्बेडकरनगर
अम्बेडकरनगर। गणतंत्र – दिवस के पावन पर्व पर शिशु मंदिर विद्यायल टांडा अम्बेडकरनगर में मां सरस्वती एवं भारत माता, डॉ अम्बेडकर व महाकुम्भ की झांकियों के माध्यम से जन जागरण भव्य रूप से सम्पन्न किया गया।

विदित हो कि उक्त स्थल से झांकियों को भव्य रूप से भ्रमण करते हुए सड़क मार्ग से प्रारंभ किया गया, तत्पश्चात झांकियां एवं छात्र-छात्राओं तथा पदाधिकारी आदि का स्वागत उपजिलाधिकारी टांडा व नायब तहसीलदार ने तहसील परिसर में किया। दूसरी तरफ भैया/ बहनों का मुंह मीठा भी उन्होंने अपने कर कमलों से किया। नगर के विभिन्न मार्गों से पथ के संचलन का स्वागत हुआ, एवं जगह जगह पर बच्चों को मिष्ठान भी वितरित किया गया।

पथ संचलन में तहसील व कोतवाली के इंस्पेक्टर दीपक सिंह रघुवंशी के एवं पुलिस अधिकारी गण के साथ साथ नगर के गणमान्य विद्यायल के प्रबंधक ज्योति प्रकाश जायसवाल, मुख्य अतिथि के रूप में रमेश चंद्र गुप्त जी, भाजपा के मंडल अध्यक्ष तेजस्वी जायसवाल जी, श्याम बाबू जी, एवं विभिन्न पदाधिकारी गण, विद्यार्थी परिषद के अयोध्या विभाग सह संयोजक श्री विज्ञेष श्रीवास्तव जी एवं प्रांत कार्यकारणी आदित्य मोदनवाल जी अपने पदाधिकारियों के साथ पूरे समय उपस्थित रहे।

विभाग सह संयोजक विज्ञेष श्रीवास्तव जी ने कहा कि भारतीय इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक 26 जनवरी पर ही साल 1950 में, भारतीय संविधान लागू हुआ था। इसी ने हमें एक संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य बनाया। इसके अलावा भारत को 1947 में स्वतंत्रता मिली, लेकिन संविधान को अपनाने से ही हम वास्तव में एक कानूनी ढांचे के तहत एक एकजुट हुए।

प्रांत कार्यकारणी सदस्य आदित्य मोदनवाल जी ने कहा कि यह दिन हमें सुभाष चंद्र बोस, डॉ. बी.आर. अंबेडकर और महात्मा गांधी जैसे हमारे कई महान नेताओं की दूरदर्शिता और योगदान को याद करना चाहिए। आज हम 76वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं, जो 26 जनवरी, 1950 को हमारे संविधान को अपनाने का प्रतीक है।

यह दिन इसलिए भी बहुत खास हो जाता है क्योंकि इस दिन ही हमने अंग्रेजों के नियम-कायदों से हटकर अपना अलग संविधान तैयार करने के बाद उसे लागू किया था। सम्पूर्ण कार्यक्रम प्रधानाचार्य श्री अर्जुन कुमार जी के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी की तारीख हमें हमारे संविधान, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के महत्व की याद दिलाती है।




गणतंत्र दिवस एक उत्सव मात्र नहीं है, बल्कि आत्मनिरीक्षण करने, देश के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने की प्रेरणा देने वाला रिमाइंडर डे है। उक्त कार्यक्रम के दौरान आदर्श गौंड जी, श्रीकांत बजाज जी, वीर प्रताप सिंह जी, मान्या तिवारी जी, हर्षित जायसवाल जी, श्रेष्ठ अग्रवाल जी, अंकुर मौर्य जी, और विद्यायल के शिक्षक गण आदि उपस्थित रहे ..।।