
अम्बेडकरनगर: जनपद की मालीपुर पुलिस आधा दर्जन से अधिक संगीन धाराओं के मुकदमों में वांछित वारंटी को आखिर क्यों दे रही संरक्षण जब की किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में लगा हुआ हैं ये अपराधी।
उल्लेखनीय हैं कि मुकदमा अपराध संख्या 194/22 धारा 323/354/392/492/504/506, भादवि थाना मालीपुर जनपद अम्बेडकरनगर 2. मु. अ. सं 10/24 धारा 406/504/506 भादवि थाना नवाबगंज सेंट्रल कमिश्नरेट कानपुर नगर, 3, मु. अ. सं 14/20 धारा 174A भादवि थाना अखंडनगर जनपद सुल्तानपुर 4. मु. अ. सं 218/19 धारा 66A IT एक्ट थाना जहांगीरगंज जनपद अम्बेडकरनगर 5. मु. अ. सं 36/21 धारा 427/504/506 भादवि थाना अहिरौली जनपद अम्बेडकरनगर आदि लगभग दर्जनों मामले इसके तमाम जिलों में अपराधिक इतिहास में दर्ज मुकदमे के रूप में बने हुए है। जब की जनपद सुल्तानपुर के अखंडनगर थाने के अंतर्गत मुकदमे में कुख्यात अपराधी सुयश मिश्र और उसके गुर्गे नामजद मुकदमे के कुख्यात अपराधी होने के बाद भी अभी तक पुलिस उसे खुले आसमान के नीचे रख कर अपराध की दुनिया में सक्रिय भूमिका निभाने में उसको संरक्षण दे रही हैं। आप को बता दें कि अम्बेडकरनगर जिले से लेकर तमाम संगीन आरोपों के बीच अंतर्जनपदीय पुलिस थाना क्षेत्र में भी सुयश मिश्रा और उसके गुर्गे के खिलाफ विभिन्न मुकदमे संगीन धाराओं में दर्ज होने के बाद भी मालीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत निवास कर रहे कुख्यात अपराधी सुयश मिश्रा और उसके गुर्गों को पुलिस संरक्षण दे कर किसी बड़ी घटना के अंजाम दिए जाने का इंतजार कर रही हैं। सबसे खास बात तो यह है कि फर्जी पत्रकार बन पुलिस पर धौंस जमाना और लोगों को धमका कर धन लक्ष्मी की उगाही करना उसका मुख्य पेशा है।
ज्ञातव्य हो कि कुख्यात अपराधी सुयश मिश्रा निवासी मालीपुर थाना क्षेत्र और इनके गुर्गों के ऊपर तमाम संगीन धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं। जहांगीरगंज थाने में दर्ज मुकदमे में इसके खिलाफ वारंट जारी है, फिर भी पुलिस इसको गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो रही जनपद सुल्तानपुर के अखंड नगर थाने में विगत चार वर्षों पूर्व दर्ज संगीन धाराओं के मुकदमों में इसने आज तक आत्मसमर्पण नहीं किया जब की माननीय न्यायालय से सुल्तानपुर पुलिस ने धारा 82 की नोटिस भी तमिल की फिर भी इसके ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ा स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस दबंग और कुख्यात अपराधी के कारण हम सब आए दिन तंग रहते हैं। लेकिन मालीपुर पुलिस ने इसे संरक्षण दे रखा है। इसके ऊपर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं होने से इसका मन बढ़ा हुआ हैं। इसके द्वारा लोगों को डरा धमका कर धन वसूली जबरन करने की आदतों से सब भयभीत रहने के कारण इसको धन दे कर किसी तरीके से अपनी जान माल की सुरक्षा करते फिरते है। अगर अम्बेडकरनगर जनपद के पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुंभ समय से एसे कुख्यात अपराधी सुयश मिश्रा और इनके गुर्गों के ऊपर कार्यवाही नहीं करते तो कभी भी ये बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है। इसके बड़े भाई बताते है कि परिवार पर भी इसका आतंक बना हुआ हैं। पुलिस के संरक्षण देने के कारण परिवार को भी आए दिन तहरीर दे कर फर्जी मुकदमों में फंसाने का प्रयास अपने को पत्रकार बता कर करता है।