
संजीवनी हॉस्पिटल में मिली अनियमितता, रजिस्ट्रेशन होगा निरस्त…?
अम्बेडकरनगर जनपद मुख्यालय के टांडा तहसील क्षेत्र अंतर्गत इल्तिफ़ातगंज के आज़ाद नगर में संचालित संजीवनी हॉस्पिटल को मुख्यचिकित्सा अधिकारी ने निरीक्षण के दौरान मानक विपरीत कार्यशैली मिलने के बाबत तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। उक्त प्रकरण में हॉस्पिटल के रजिस्ट्रेशन को निरस्तीकरण हेतु उत्तर प्रदेश शासन को पत्र लिखा है।

इल्तिफ़ातगंज के आज़ाद नगर में संचालित संजीवनी हॉस्पिटल की शिकायत मिलने पर मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ राज कुमार उप मुख्यचिकित्सा अधिकारी एवं अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र टांडा द्वारा औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में डा बेलाल अहमद, डॉ मुस्तफा बेलाल, मोतीलाल फार्मासिस्ट, किस्तुन मुस्तफा मौजूद मिलें। चिकित्सालय में कोई भी सर्जन डॉक्टर व एनेस्थेटिक कार्यकर्त नहीं हैं।
वही निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि (16) मरीजों की सर्जरी, पथरी ऑपरेशन के (2) मरीज एवं सिजेरियन का ऑपरेशन मौके पर किया गया है, जो चिकित्सालय के वार्डो में भर्ती है। डॉ बेलाल के द्वारा भर्ती मरीजों से संबंधित किसी प्रकार का अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया जा सका।

बायो मेडिकल बेस्ट एवं फायर सेफ्टी से संबंधित कोई भी उपकरण चिकित्सालय में निरीक्षण के दौरान नहीं पाया गया। उपरोक्त कारणों से चिकित्सालय में कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती हैं।
उल्लेखनीय हैं कि डॉ बेलाल अहमद द्वारा चिकित्सालय के आरम्भ के समय (10) बेड का रजिस्ट्रेशन स्वास्थ्य विभाग से कराकर (50) बेड का अस्पताल संचालित किया जा रहा था जो मानक विहीन अनियमितता की श्रेणी में आता है।
सबसे बड़ी बात मरीजों से संबंधित किसी भी प्रकार की केसशीट व अन्य अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया गया। अस्पताल का संचालन नियम विरुद्ध एवं मानक के विपरीत किया जा रहा था।
ज्ञातव्य हो कि निरीक्षण के दौरान मिली भारी अनियमितता के आधार पर प्रथम दृष्टया अस्पताल स्वास्थ विभाग के नियमावली के अनुसार संचालित नहीं है। एवं अवैध रूप से संचालित किया जा रहा हैं, उपरोक्त प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ राज कुमार ने अवैध अस्पताल के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करते हुए चिकित्सालय को सील कर रजिस्ट्रेशन निरस्तीकरण करने हेतु संस्तुति कर जिलाधिकारी अविनाश सिंह को रिपोर्ट प्रस्तुत कर दिया है।