
शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने माझी एंड सांस के कारखाने व गोदाम में मचाया तबाही, गोदाम व कारखाने की छत और दीवार चटक के हुई क्षतिग्रस्त, करोड़ों के नुकसान से तबाह हुआ परिवार
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अर्पित सिंह श्रीवास्तव वरिष्ठ पत्रकार एवं मुख्य सम्पादक
अम्बेडकरनगर जिले की टांडा कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत मांझी एंड सांस के फर्नीचर गोदाम व कारखाने देर रात्रि की सुबह की भोर में लगभग 3 बजे शॉट शर्किट से भीषण आग लगने से करोड़ों रुपए का जहां फर्नीचर जलकर राख हो गया।
वही कारखाने में खड़ी दो मोटरसाइकिल भी आग की लपटों में जलकर राख हो गई। साथ ही आग की चपेट में गोदाम व कारखाने की बिल्डिंग भी जलकर क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना के क्रम में मांझी एंड सांस परिवार का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।


ज्ञातव्य हो कि टांडा कोतवाली क्षेत्र के नेहरूनगर स्थित सागर हॉस्पिटल प्रोपराइटर डाक्टर मनीषा यादव के अस्पताल से रसूलपुर के तरफ जाने वाली मुख्य मार्ग के किनारे संचालित प्रतिष्ठान मांझी एंड सांस के प्रोपराइटर सुरेंद्र मांझी के द्वारा बड़े पैमाने पर फर्नीचर का कारखाना व गोदाम संचालित किया जाता था, उक्त गोदाम में अचानक बुधवार व गुरुवार की मध्य रात्रि में लगभग 3 बजे के आस-पास भीषण आग लग गई।
मांझी एंड सांस के सुरेंद्र मांझी अपने परिवार के साथ गोदाम में बनी ऊपर वाली बिल्डिंग में अपने परिवार के साथ विश्राम कर रहे थे जब उन्हें आग लग जाने की आहट मिली तो उन्होंने सबसे पहले अपने परिवार को किसी तरह ऊपर से खिड़की के सहारे बाहरी रस्ते से ऊपर से रस्सी का प्रबंध कर के महिलाओं व बच्चों को नीचे उतरा और खुद को भी बचाते हुए उसी रस्ते से नीचे उतरे।

इस बड़ी घटना में उनका परिवार तो ईश्वर के आशीर्वाद से बाल-बाल बच गया। लेकिन उनके गोदाम व कारखाने में फर्नीचर के बने सोफ़ा सेड, कुर्सी, मेज, डबल बेड, जांगला, दरवाजा समेत दो मीटर साइकिल व बिल्डिंग अनुमानित लागत करोड़ों की क्षति आगजनी होने से हो गई। वही प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट भी बताया जा रहा हैं।

हालांकि आग लगने से मांझी एंड सांस के गोदाम व कारखाने में फर्नीचर के रखें करोड़ों के समान जलकर राख हो गए। उक्त बड़ी दुर्घटना की सूचना मिलने पर उनके शुभचिंतकों द्वारा परिवार को दिलासा दिया जा रहा हैं। लेकिन इस नुकसान से मांझी परिवार को काफी क्षति पहुंची हैं। उनके परिवार पर दुखो का पहाड़ टूट गया है।