
अवध की शान – आपकी अपनी पहचान
अर्पित सिंह श्रीवास्तव वरिष्ठ पत्रकार एवं मुख्य सम्पादक
अम्बेडकरनगर जिले के सद्दरपुर में संचालित महामाया एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज MBBS की डिग्री हासिल करने वाली अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के फाइनल रिजल्ट की घोषणा कर दी गई हैं।
ज्ञातव्य हो कि अन्य पुरुष छात्रों को मात देते हुए MBBS की डिग्री हासिल करने वाली अध्ययनरत छात्राओं ने प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर अपना कब्जा जमाकर कृतिमान हासिल कर मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ आभास सिंह के साथ अपने परिवार का मान बढ़ाने में कामयाबी हासिल कि।
गौरतलब हैं कि राजकीय महामाया एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ आभास सिंह के नेतृत्य में चहुमुखी विकास के पथ पर बढ़ने के साथ आधुनिकता के दौर में विकसित हो रहा हैं।
जानकारी के अनुसार उपरोक्त चिकित्सा विश्विद्यालय में MBBS के प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का अंतिम व फाइनल रिजल्ट घोषित हो गया है।
उक्त क्रम में मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने में सफलता हासिल कि हैं। हालांकि MBBS कैसे के बाबत अंतिम वर्ष की परीक्षा तृतीय प्रोफेशनल पार्ट-2 जो फरवरी व मार्च 2024 में संपन्न हुई थी, इस दौरान 2020 बैच MBBS कोर्स में कुल 99 वें मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुई।
जिनमें से कुल 79 छात्र-छात्राएं परीक्षा में उत्तीर्ण घोषित होकर पासआउट हुई, और साथ सप्लीमेंट्री बैच से संबंधित कुल 6 छात्र उत्तीर्ण घोषित हुए। राजकीय महामाया एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर के मीडिया प्रभारी डाक्टर विवेक श्रीवास्तव के मुताबिक सभी उत्तीर्ण घोषित हुए 85 छात्र-छात्राएं अब अपने नाम के पहले डाक्टर शब्द जोड़ने के लिए अधिकृत हो चुके हैं।
डाक्टर विवेक ने बताया कि सभी उत्तीर्ण घोषित हुए छात्र-छात्राएं एक वर्ष के इंटरनलशिप पूरा करने के बाद उनके द्वारा अपना परमानेंट रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता हैं। उक्त खुशी के मौके पर मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर के प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ आभास सिंह अपार खुशी प्रकट करते हुए कहा कि अपने चिकित्सा विश्विद्यालय को नवांगतुक 85 इंटर्न डॉक्टर मिलने से मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर में आने वाले मरीजों को और बेहतर सुविधा प्रदान की जाएगी।

MBBS कोर्स के फाइनल रिजल्ट में प्रथम स्थान पर उत्तीर्ण घोषित होने वाली डाक्टर निकिता बताया जाता हैं कि दिल्ली राज्य से है, जिनके पिता प्रेम नाथ मिश्र पेशे से सरकारी अध्यापक हैं, डाक्टर निकिता ने MBBS कोर्स में कुल 1400 पूर्णांक में 918 अंक प्राप्त किया है।
द्वितीय स्थान पर ज़ोरदार प्रदर्शन करने वाली डाक्टर शिप्रा भारती जिला गाजीपुर से बिलॉन्ग करने वाली है, इनके पिता सुरेन्द्र भारती एयर फोर्स में वारंट अफसर हैं, डाक्टर शिप्रा ने कुल 1400 पूर्णांक में 916 अंक हासिल किया है।

तृतीय स्थान पर प्रदर्शन करने वाली डाक्टर आयुषी सिंह बरेली जनपद से है, इनके पिता यशवीर सिंह आर्य पेशे से बिजनेस मैन है, इन्होंने कुल पूर्णांक 1400 में कुल 912 अंक प्राप्त किया है।

इस खुशी के मौके पर मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल सभी विजई घोषित हुए इंटर्न डॉक्टर को प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ आभास सिंह के द्वारा इनके कर्तव्यों व कार्यों के प्रति जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के उद्देश्यों से बताए गया। और साथ ही सभी MBBS की परीक्षा में पासआउट हुए छात्र-छात्राओं को कार्यक्रम के दौरान सम्मानित करते हुए सभी प्रथम बार डाक्टर बनने वाले नवांगत डाक्टरों को उनके उज्जवल भविष्य की कामना किया।