
इल्तिफ़ातगंज कस्बे में संचालित मदरसा अहलेसुन्नत जियाउल उल्लुम का पूरा मामला
अम्बेडकरनगर जिले में मदरसा बोर्ड से संचालित विद्यालयों पर छात्रवृत्ति को लेकर घपले का दावा किया जाता रहा है जिसमें एक मदरसे का नाम सबसे ऊपर रहा है जिसका नाम मदरसा अहलेसुन्नत जियाउल उल्लुम है।
उपरोक्त विद्यालय इल्तिफ़ातगंज कस्बे में संचालित हो रहा है जिसका संचालन कथित तौर पर मुफ़्ती मोहम्मद अहमद द्वारा किया जा रहा है। इस मदरसे पर कई बार छात्रवृत्ति में घपले और फर्जीवाड़े को लेकर आरोप सामने आए लेकिन अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने जांच के नाम पर मामले को दवा दिया स्वाभाविक है बिना निजी लाभ के संबंधित विभाग ने ऐसा नही किया है।
यह है ताज़ा मामला जिसकी हुई है शिकायत
दरअसल मामला तब खुला जब इनकी शिकायती पत्र मीडिया के हाथ लगी और जो आरोप थे वह चौकाने वाले थे। बदरुद्दीनपुर निवासी मोहम्मद ज़िकिरिया ने यह आरोप लगाया है कि उनकी दो भतीजी ने मदरसा अहलेसुन्नत जियाउल उल्लुम से नौंवीं कक्षा और दसवीं कक्षा में पढ़ाई की हैं।
इस दौरान दोनों भतीजीयों को सरकार से 5700 – 5700 रुपये प्रति वर्ष छात्रवृत्ति मिली थी जिसको बिना अभिभावक के जानकारी के विद्यालय के संचालक द्वारा किसी जनसेवा केंद्र पर ले जाकर निकलवा लिया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है इसके पूर्व भी कई बच्चों के साथ ऐसी घटना हो चुकी है।
लेकिन सरकार की इतनी सख्ती के बाद भी कोई कार्यवाही तय नहीं है। अब इस मामले को लेकर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से शिकायत की गई और कार्यवाही का इंतज़ार है।
अपने मन माफिक बैंक में खुलवाया जाता है खाता – आरोप
चर्चा है कि अपने सुविधा अनुसार इल्तिफ़ातगंज कस्बे में ही बड़ौदा यूपी बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में ही उक्त मदरसे में दाखिला लेने वाले बच्चों का बैंक खाता खुलवाया जाता है ताकि आसानी से उनके छात्रवृत्ति के रुपए निकाले जा सकें। यह पूरा खेल मदरसा संचालक और जनसेवा केंद्र संचालक की मदद से हो रहा है।