टांडा की तेजतर्रार उपजिला अधिकारी ने नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच कर उचित कार्रवाई करने का सभासदों कि मांग पर दिया आश्वासन
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अर्पित सिंह श्रीवास्तव मुख्य सम्पादक एवं पत्रकार
अम्बेडकरनगर जिले की टांडा तहसील कार्यालय में पहुंचे दर्जनों से अधिक सभासदों ने तेजतर्रार उपजिलाधिकारी श्रीमती रेनू से मिलकर नगर पालिका परिषद टांडा की अध्यक्ष शबाना नाज़ के द्वारा किए जा रहें भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग (9) बिंदु के तहत ज्ञापन सौंपा कर किया हैं।
ज्ञातव्य हो कि टांडा तहसील कार्यालय में तैनात तेजतर्रार उप जिला अधिकारी श्रीमती रेनू के कार्यालय में पहुंचे दर्जन भर से अधिक सभासदों ने नगर पालिका परिषद टांडा की अध्यक्ष शबाना नाज़ के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के विरुद्ध (9) सूत्रीय ज्ञापन सौंप जांच किए जाने की मांग करते हुए ज्ञापन में उल्लिखित किया कि टैक्सी स्टैंड में वित्तीय वर्ष 2024-25 में मात्र 7 महीने की बोली व बिना अनुभव के लगभग 80 लाख रुपए का टेंडर ठेकेदार को दिया गया था।
उन्होंने मांग पत्र के माध्यम से कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में अध्यक्ष द्वारा एक करोड़ पचास लाख रुपए कि बोली होनी चाहिए थी। लेकिन अध्यक्ष द्वारा जानबूझ कर अनुभव लगाकर 1 वर्ष की बोली 79 लाख रुपए के बाबत स्वीकृत की गई है।
टैक्सी स्टैंड की बोली में लगभग 20 लाख रुपए अपने निजी स्वार्थ में लेकर भ्रष्टाचार किया गया। बिंदु संख्या 2 में उन्होंने अवगत कराया कि टैक्सी स्टैंड वर्ष 2024-25 में एक जुलाई से 2024 में तीन दिन की वसूली लगभग एक लाख रुपए जानबूझ कर अध्यक्ष द्वारा गबन किया गया। इस कारण सरकार के राजस्व का भारी-भरकम नुकसान पहुंचाने का कार्य किया गया।
जिस कारण इस पत्रावली का भी जांच किया जाना अत्यंत आवश्यक है। और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किया जाना न्याय संगत है। बिंदु संख्या 3 के माध्यम से उल्लेख किया गया कि टैक्सी स्टैंड वर्ष 2025-26 में बोली हेतु मालवाहकों की वसूली हटा करके इन्हें कर मुक्त किया जाए।
4. टैक्सी स्टैंड की बोली में ई-रिक्शा चालकों को जो अनुदान सरकार द्वारा वितरण किया गया है, उन्हें 25 रुपए की टैक्स वसूली से मुक्त किया जाए। इससे गरीब ई रिक्शा चालकों और उनके अर्थ व्यवस्था में सुधार होगा।
- बोर्ड बैठक दिनांक 20.10.2023 प्रस्ताव संख्या 3 बोर्ड द्वारा अध्यक्ष को बीस लाख रुपए का भुगतान किए जाने का अधिकार इस शर्त पर दिया गया था कि बोर्ड बैठक प्रत्येक महीने कराई जाएगी। और उसमें समस्त अध्यक्ष द्वारा किए गए भुगतान का लेखा-जोखा बोर्ड पटल पर सभी के समक्ष पेश किया जाएगा।
- किंतु उनके द्वारा अभी तक बोर्ड बोर्ड पटल पर नहीं रखा गया। और बीस लाख से अधिक का भुगतान अध्यक्ष द्वारा किया गया जो वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है। नगर पालिका परिषद टांडा के जलकल विभाग में नलकूप में खपत होने वाले डीजल चोरी की जा रही हैं, और गाड़ियों में खपत होने वाले डीजल को भी चोरी कर निजी स्वार्थों की पूर्ति की जा रही हैं।

- इस प्रकार लाखों का घोटाला कर खुली लूट अध्यक्ष द्वारा की जा रही हैं, इन सभी कृत्यों में अध्यक्ष की पूरी सहभागिता शामिल हैं। पिछले पांच महीनों का भुगतान की जांच अभिलेख के अनुसार करवाने की मांग किया है। नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा दो महीने से टैक्सी स्टैंड का ठेका न करके अपने आदमियों के माध्यम से वसूली कराई जा रही हैं, जिसमें प्रतिदिन लगभग 15 हजार रुपए का घोटाला किया जा रहा हैं।

- और वसूली भी अपने आदमियों को लगाकर कराई जा रही हैं। जिससे 15 हजार रुपए प्रतिदिन सरकार के राजस्व के भारी भरकम राशि का नुकसान हो रहा हैं। इस प्रकार टैक्सी स्टैंड की वसूली/कर जीरो राशि के रूप में प्राप्त हो रही हैं। इस माध्यम से नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा लाखो रूपए का टैक्स प्रतिमाह गबन किया जा रहा हैं।

- इस कारण सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचाया जा रहा हैं। इसकी भी जांच कर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किया जाए।
- नगर पालिका अध्यक्ष शबाना नाज़ टांडा द्वारा सफाई कर्मियों के नाम पर अपने परिवार के और रिश्तेदारों को नगर पालिका में रखा गया है। जो पूरे दिन कोई कार्य नहीं करते और उनके द्वारा मात्र सरकारी धन की लूट पाट की जा रही हैं। पूरा दिन कार्यालय में बैठे रहते हैं। कोई सफाई नगर क्षेत्र में नहीं हो पा रही हैं।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत निर्माण के कार्य श्री फिरोज ठेकेदार पुत्र नियाज़ अहमद के द्वारा किया गया था। जिसमें अतरिक्त सुविधा शुल्क की मांग अध्यक्ष द्वारा की गई जब ठेकेदार ने अतरिक्त सुविधा शुल्क अध्यक्ष को नहीं दी तो उनका भुगतान रोक दिया गया। इसी तरह अपनी मनमानी और भ्रष्टाचार की नीतियों पर अध्यक्ष द्वारा कार्य किया जा रहा हैं।
हालांकि आधा दर्जन से अधिक सभासदों ने तेजतर्रार उपजिलाधिकारी टांडा श्रीमती रेनू से मंगलवार 27 मई को तहसील कार्यालय पहुंच कर मुलाकात कर 9 सूत्रीय मांग पत्र के माध्यम से ज्ञापन सौंपा और अध्यक्ष नगर पालिका टांडा शबाना नाज़ के द्वारा किए जा रहें भ्रष्टाचार की जांच कर कार्रवाई करने की मांग किया है। उपजिलाधिकारी श्रीमती रेनू ने सभी सभासदों के सामने जांच करवाए जाने का आश्वासन दिया है।
दरअसल टांडा नगर क्षेत्र के निवासी समाजसेवी डॉ अंकित श्रीवास्तव ने भी अनेकों बार पत्रचार के माध्यम से नगर पालिका परिषद टांडा की अध्यक्ष के द्वारा किया जा रहे भ्रष्टाचार की शिकायत किया था लेकिन उनके ख़ाऊ, कमाऊ नीति के कारण अपने आप को बचाने में सक्षम साबित होती रही हैं।
उपजिलाधिकारी श्रीमती रेनू से 9 सूत्रीय मांग पत्र को सौंप कर नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा किया जा रहें भ्रष्टाचार की जांच किए जाने की मांग करते समय सभासद मोहम्मद अशरफ, जमाल कामिल, पुष्पा देवी, मोहम्मद जाहिद, पूनम सोनी, मोहम्मद नवाब साबरी, फिरोज जहां, मेहरुन्निशा, शकील अहमद आदि लोग मौजूद रहें।