अवध की शान – आपकी अपनी पहचान
अर्पित सिंह श्रीवास्तव मुख्य सम्पादक (पत्रकार)
अम्बेडकरनगर जिले के मुख्यालय पर स्थित नगर पालिका परिषद अकबरपुर क्षेत्र के वार्ड नंबर 4 में बीते कुछ दिनों पहले से चल रहे इंटरलॉकिंग के निर्माण कार्य में गुणवत्ता को दरकिनार कर मानक विहीन काम करवाया जा रहा था। जिसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने सबसे पहले टेलीफोन के माध्यम से पालिका अकबरपुर के जिम्मेदारों को जानकारी दी गई।
लेकिन पालिका अकबरपुर के जिम्मेदार अधिकारियों ने शिकायत को नजरअंदाज कर दिया। और शाम होते ही उसी रद्दी किस्म की पीली ईट से झटपट खड़ंजे का निर्माण करा दिया गया। हालांकि इस तरह का भ्रष्टाचारी रवैया देखकर नगर पालिका परिषद अकबरपुर के अधिकारियों के कार्यशैली की पोल खोल कर रख दिया।
दअरसल विकास के नाम पर पालिका के क्षेत्र का विकास, विनाश के रूप में साबित होता दिखाई पड़ रहा हैं। हालांकि जब इस संबंध में 6 जून शुक्रवार को स्थानीय जागरूक लोगों ने जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला से फोन के माध्यम से बातचीत कर प्रकरण से अवगत कराया गया।
जिला अधिकारी अनुपम ने तत्काल मामले को संज्ञान में लेकर मुख्य विकास अधिकारी दफ़्तर के एक्सियन को इंटरलॉकिंग का निर्माण हो रहे स्थल पर भेजा प्रकरण की हकीकत को जानने के लिए जांच करने गए मुख्य विकास अधिकारी के एक्सियन ने इंटरलॉकिंग में उपयोग हो रही ईट की गुणवत्ता को देखकर खुद कहा कि ईट की क्वालिटी मानक के विपरीत हैं। यही नहीं उन्होंने निरीक्षण के दौरान देखा कि इंटरलॉकिंग के दौरान निर्माण कराए जा रहे खड़ंजे को लेबल में भी नहीं किया गया है।
उन्होंने तत्काल निर्माण करवा रहे ठेकेदार को एक्सियन ने निर्देशित किया कि इंटरलॉकिंग में जहां-जहां भी खामियां हैं। उसको सुधार में लाओ और पीली ईट का उपयोग नहीं होना चाहिए। हालांकि नगर पालिका परिषद अकबरपुर के अधिकारियों का रवैया देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब एसे भ्रष्टाचार कार्यप्रणाली में लिप्त अधिकारियों से शिकायत करना भी अपना समय बर्बाद करने के बराबर है।
लेकिन वहीं पर जिले का राजा जब ईमानदार हो तो एसे अधिकारियों की समय आने पर खैर नहीं। समय बड़ा बलवान है। तत्कालीन जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने इन अधिकारियों को इतना बर्बाद कर दिया गया था कि इनकी भ्रष्टाचार करने की आदत सी बन गई है।
हालांकि वर्तमान जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने स्थानीय लोगों की शिकायत पर तत्काल प्रभाव से संज्ञान लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी के एक्सियन को भेज कर निरीक्षण करवा कर निर्माण कार्य में सुधार लाने और संबंधितों को फटकार लगाकर यह साबित कर दिया कि अभी जनता के दुखदर्द को समझने वाला कोई राजा जिले में बैठा है।
दअरसल जिला अधिकारी अनुपम की इस ईमानदार व कार्य दक्षता वाली लोकप्रिय कार्यशैली से जनपद मुख्यालय की स्थानीय जनता उनकी लोकप्रियता और ईमानदारी की खूब सराहना करते हुए दिखाई पड़ रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना हैं कि जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला अगर इसी तरह भ्रष्टाचार की शिकायत को संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई करते रहेंगे तो एक दिन जनपद से भ्रष्टाचार का खात्मा जरूर हो जाएगा।