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अर्पित सिंह श्रीवास्तव वरिष्ठ पत्रकार एवं मुख्य सम्पादक
अरविन्द सोनी ब्यूरो प्रमुख अम्बेडकरनगर
दुराचार के आरोपी युवक की तरफदारी करते सिपाही ने दुराचार का शिकार हुई पीड़िता को मारने का आरोप
अम्बेडकरनगर जिले के इब्राहिमपुर पुलिस महिला सुरक्षा के दृष्टिगत दुराचार पीड़िता को सिपाही द्वारा बेल्ट से मारने का प्रकरण पुलिस अधीक्षक दरबार पहुंचने के बाद सामने आया है।
पूरा मामला इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के एक गांव का है, जहां पर एक पीड़िता महिला का आरोप है कि उसकी पुत्री की पिटाई पुलिस कर्मियों द्वारा बेल्ट से की गई है। हालांकि इस संबंध में पीड़िता द्वारा पुलिस अधीक्षक केशव कुमार के समक्ष जनसुनवाई करने के दौरान पेश होकर घटना क्रम की विधिवत शिकायत दर्ज कराई है।
और दोषी पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग किया है। ज्ञातव्य हो कि गजराज पुत्र गोपीनाथ चौहान गत एक साल से शादी करने झांसा देकर पीड़िता की बेटी के साथ दुराचार करता रहा। बीते एक मई को भी कुछ ऐसा ही हुआ। लेकिन जब पीड़िता कि पुत्री द्वारा शादी करने के लिए दबाव बनाया गया तो आरोपी युवक द्वारा शादी करने से इंकार कर दिया।
इसी घटना की शिकायत लेकर पीड़िता इब्राहिमपुर थाने पर पहुंची लेकिन अंततोगत्वा थाने पर उसकी फरियाद नहीं सुनी गई। पीड़िता ने बताया कि जब वह इब्राहिमपुर थाने कि एनटीपीसी चौकी पर पहुंची तो वहां आरोपी युवक को भी पुलिस ने बुलाया था। लेकिन वहां भी पुलिस वालों के सामने ही शादी करने से युवक ने मनाकर दिया।
पीड़िता का आरोप है कि पुलिस द्वारा दोषी युवक की तरफदारी करते हुए एक पुलिस कर्मी द्वारा पीड़िता और उसकी पुत्री को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए पुलिसिया बेल्ट से पुरुष पुलिस कर्मियों द्वारा पीड़िता को मारा गया। जिसके निशान भी उसके शरीर पर मौजूद हैं। पुलिस अधीक्षक केशव कुमार द्वारा जांच कर कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया गया है।
अब सवाल यह बना हुआ हैं कि बिना महिला कांस्टेबल आखिर दुराचार पीड़िता को क्यों बुलाया गया एनटीपीसी चौकी पर
मिली जानकारी के मुताबिक जिस दिन दुराचार पीड़िता को एनटीपीसी चौकी पर बुलाया गया था उस समय चौकी पर महिला कांस्टेबल मौजूद नहीं थी। नियमानुसार पुलिसिया प्रारम्भिक जांच के दौरान महिला से पूछताछ महिला हेल्प डेक्स पर मौजूद महिला आरक्षी द्वारा किया जाना चाहिए। लेकिन नियम कानून ताख पर रख कर इब्राहिमपुर थाने में अपने बनाए कानून का पाठ पढ़ा जा रहा हैं। उन्हें संविधान से कोई लेना देना ही नहीं है।
मोदी-योगी जी द्वारा चलाई जा रही मिशन शक्ति अभियान की हवा निकालने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ रही इब्राहिमपुर पुलिस
मिशन शक्ति अभियान को जिस उद्देश्यों से सरकार ने धरातल पर उतारा है, उस उद्देश्य को धरातल पर उतार कर अनुपालन करने के बजाय नेस्तनाबूत करने में जुटी है, इब्राहिमपुर पुलिस महिला के साथ हुई घटना पर कितनी गंभीरता संबंधित थाने कि पुलिस द्वारा दिखाई जा रही हैं, वह दुराचार का शिकार हुई पीड़िता पर पुलिस द्वारा कि गई बर्बरता से पूरा जगजाहिर हो चुका हैं।