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अरविन्द सोनी ब्यूरो प्रमुख अम्बेडकरनगर
अंबेडकरनगर| मेडिकल कॉलेज अंबेडकरनगर में गुरुवार को चिकित्सा क्षेत्र में एक उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की गई, जब पहली बार रीढ़ की हड्डी की टीबी का जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया। महुवारी इब्राहिमपुर निवासी 40 वर्षीय संतोष कुमार, जो पिछले दो माह से चलने-फिरने में असमर्थ थे, उन्हें इस ऑपरेशन के बाद राहत मिली है।
बताया जा रहा है कि संतोष कुमार की रीढ़ की हड्डी में टीबी के कारण गंभीर संक्रमण और मवाद (पस) का जमाव हो गया था, जिससे रीढ़ की नसें दब गई थीं और उनका निचला शरीर लगभग निष्क्रिय हो चुका था। मरीज की बिगड़ती हालत को देखते हुए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां ऑर्थो विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर सचिन और उनकी टीम ने गुरुवार, दिनांक 01 मई 2025 को यह जटिल सर्जरी की।
डॉ. सचिन ने सफल ऑपरेशन कर रीढ़ की हड्डी से मवाद को निकाला और पेडिकल स्क्रू व रॉड की मदद से रीढ़ को स्थिर करते हुए दबी हुई नसों को मुक्त किया। यह सर्जरी अंबेडकरनगर मेडिकल कॉलेज के लिए मील का पत्थर मानी जा रही है।
इस सर्जरी में डॉक्टर सचिन के साथ डॉ. शिव गोविंद, एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. मिनाली, डॉ. सुदीप, डॉ. पंकज, नर्स आशी और टेक्नीशियन अंकुर का भी विशेष सहयोग रहा।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने इस चिकित्सकीय सफलता पर डॉक्टर सचिन और उनकी पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि,
“इस ऑपरेशन ने यह साबित किया है कि अब जिले के मरीजों को जटिल सर्जरी के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं है। यह मेडिकल कॉलेज जिलेवासियों के लिए नई उम्मीद बना है।”
गौरतलब है कि रीढ़ की टीबी का इलाज आमतौर पर अत्यंत कठिन माना जाता है, और ऑपरेशन में अत्यधिक विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। ऐसे में यह उपलब्धि न सिर्फ मेडिकल कॉलेज के लिए बल्कि पूरे जिले के लिए गौरव की बात है।